Ramayan Katha Archive

रामायण कथा “नुष यज्ञ के लिये प्रस्थान” बालकाण्ड, सम्पूर्ण रामायण ।

नुष यज्ञ के लिये प्रस्थान ऋषि विश्वामित्र ने बताया, हे राम! जनक मिथिलापुरी के राजाओं की उपाधि है जो चिरकाल से चली आ रही है। दूसरे दिन राम और लक्ष्मण अपने नित्यकर्मों और सन्ध्योवन्दनादि से …

रामायण कथा “मारीच और सुबाहु का वध” बालकाण्ड, सम्पूर्ण रामायण ।

मारीच और सुबाहु का वध दूसरे दिन ब्राह्म मुहूर्त में उठ कर तथा नित्यकर्म और सन्ध्या-उपसना आदि निवृत होकर राम और लक्ष्मण गुरु विश्वामित्र के पास जा कर बोले, गुरुदेव! कृपा करके हमें यह बताइये …

रामायण कथा “विश्वामित्र का आश्रम” बालकाण्ड, सम्पूर्ण रामायण ।

विश्वामित्र का आश्रम चलते चलते वे वन के अन्धकार से निकल कर ऐसे स्थान पर पहुँचे जो भगवान भास्कर के दिव्य प्रकाश से आलोकित हो रहा था और सामने नाना प्रकार के सुन्दर वृक्ष, मनोरम …

रामायण कथा “अलभ्य अस्त्रों का दान” बालकाण्ड, सम्पूर्ण रामायण ।

अलभ्य अस्त्रों का दान मार्ग में एक सुरम्य सरोवर दृष्टिगत हुआ। सरोवर के तट पर रुक कर विश्वामित्र कहा, हे राम! ताड़का का वध करके तुमने बहुत बड़ा मानव कल्याण का कार्य किया है। मैं …

रामायण कथा “ताड़का वध” बालकाण्ड, सम्पूर्ण रामायण ।

ताड़का वध स्त्री के रूप में ताड़का एक घोर पाप है और पाप को नष्ट करने में कोई पाप नहीं होता। हे राम तुम इस पापिनी का संहार कर दो। प्रातःकाल स्नान, सन्ध्योपासनादि कार्यों से …

रामायण कथा “कामदेव का आश्रम” बालकाण्ड, सम्पूर्ण रामायण ।

कामदेव का आश्रम दूसरे दिन ब्राह्म-मुहूर्त्त में निद्रा त्याग कर मुनि विश्वामित्र तृण शैयाओं पर विश्राम करते हुये राम और लक्ष्मण के पास जा कर बोले, हे राम और लक्ष्मण! जागो। रात्रि समाप्त हो गई …

रामायण कथा “विश्वामित्र का आगमन” बालकाण्ड, सम्पूर्ण रामायण ।

विश्वामित्र का आगमन अयोध्यापति महाराज दशरथ के दरबार में यथोचित आसन पर गुरु वशिष्ठ, मन्त्रीगण और दरबारीगण बैठे थे। अयोध्यानरेश ने गुरु वशिष्ठ से कहा, हे गुरुदेव! जीवन तो क्षणभंगुर है और मैं वृद्धावस्था की …

रामायण कथा “राम का जन्म” बालकाण्ड, सम्पूर्ण रामायण ।

राम का जन्म मन्त्रीगणों तथा सेवकों ने महाराज की आज्ञानुसार श्यामकर्ण घोड़ा चतुरंगिनी सेना के साथ छुड़वा दिया। महाराज दशरथ ने देश देशान्तर के मनस्वी, तपस्वी, विद्वान ऋषि-मुनियों तथा वेदविज्ञ प्रकाण्ड पण्डितों को यज्ञ सम्पन्न …

रामायण कथा “बालकाण्ड- कथा प्रारम्भ” सम्पूर्ण रामायण ।

बालकाण्ड- कथा प्रारम्भ कौशल प्रदेश, जिसकी स्थापना वैवस्वत मनु ने की थी, पवित्र सरयू नदी के तट पर स्थित है। सुन्दर एवं समृद्ध अयोध्या नगरी इस प्रदेश की राजधानी है। वैवस्वत मनु के वंश में …
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