रामायण कथा Archive

राम का वनवास – रामायण कथा 

राम का वनवास – रामायण कथा  राम ने अपने पिता दशरथ एवं माता कैकेयी के चरणस्पर्श किये। राम को देखकर महाराज ने एक दीर्घ श्वास और केवल हे राम! कहा फिर अत्यधिक निराश होने के …

कैकेयी द्वारा वरों की प्राप्ति – रामायण कथा 

कैकेयी द्वारा वरों की प्राप्ति – रामायण कथा  उल्लासित महाराज दशरथ ने शीघ्रातिशीघ्र राजकार्यों को सम्पन्न किया और राम के राजतिलक का शुभ समाचार सुनाने के लिये अपनी सबसे प्रिय रानी कैकेयी के के प्रासाद …

कैकेयी कोपभवन में -रामायण कथा

कैकेयी कोपभवन में राम के राजतिलक का शुभ समाचार अयोध्या के घर-घर में पहुँच गया। पूरी नगरी में प्रसन्नता की लहर फैल गई। घर-घर में मंगल मनाया जाने लगा। स्त्रियाँ मधुर स्वर में रातभर मंगलगान …

राजतिलक की तैयारी-रामायण कथा

राजतिलक की तैयारी दूसरे दिन राजा दशरथ के दरबार में सभी देशों के राजा लोग उपस्थित थे। सभी को सम्बोधत करते हुये दशरथ ने कहा, हे नृपगण! मैं अपनी और अयोध्यावासियों की ओर से आप …

अयोध्याकाण्ड – राजतिलक की घोषणा

अयोध्याकाण्ड – राजतिलक की घोषणा कैकेय पहुँच कर भरत अपने भाई शत्रुघ्न के साथ आनन्दपूर्वक अपने दिन व्यतीत करने लगे। भरत के मामा अश्वपति उनसे उतना ही प्रेम करते थे जितना कि उनके पिता राजा …

रामायण कथा “अयोध्या में आगमन” बालकाण्ड, सम्पूर्ण रामायण ।

अयोध्या में आगमन परशुराम के जाने के पश्चात् पत्नियोंसहित राजकुमारों, गुरु वशिष्ठ, अन्य ऋषि मुनियों, मन्त्रियों तथा परिजनों के साथ महाराज दशरथ अयोध्या की ओर अग्रसर हुए। मन्त्रियों ने शीघ्र ही दो शीघ्रगामी दूतों को …

रामायण कथा “परशुराम जी का आगमन” बालकाण्ड, सम्पूर्ण रामायण ।

परशुराम जी का आगमन राजा दशरथ ने राजकुमारों, उनकी पत्नियों, ऋषि-महर्षियों, मन्त्रियों एवं परिजनों के साथ अयोध्या के लिये प्रस्थान किया। प्रस्थान करते ही सभी ओर भयंकर शब्द करने वाले पक्षियों आवाजें सुनाई देने लगीं। …

रामायण कथा “राम विवाह” बालकाण्ड, सम्पूर्ण रामायण ।

राम विवाह दान आदि से निवृत होकर महाराज दशरथ मिथिलेश के राजभवन में जाने की तैयारी करने लगे। तभी भरत के मामा अर्थात् राजा कैकेय के पुत्र युधाजित वहाँ आ पहुँचे। अभिवादन तथा कुशल समाचार …

रामायण कथा “विवाह पूर्व की औपचारिकताएँ” बालकाण्ड, सम्पूर्ण रामायण ।

विवाह पूर्व की औपचारिकताएँ महाराज जनक के कनिष्ठ भ्राता कुशध्वज सांकाश्यपुरी में रहकर राज्य का प्रबन्ध किया करते थे। सीता के विवाह का समाचार पाकर महाराज वे भी सांकाश्यपुरी से मिथिला आ गये। अपने अग्रज …

रामायण कथा “अयोध्या में तैयारियाँ” बालकाण्ड, सम्पूर्ण रामायण ।

अयोध्या में तैयारियाँ मिथिलापुरी से अयोध्या तक का मार्ग तीन दिनों में तय करके महाराज जनक के मन्त्री राजा दशरथ के दरबार में पहुँचे। रत्नजटित सिंहासन पर विराजमान महाराज दशरथ का सादर अभिवादन करने के …
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