व्रत एवं कथा Archive
सत्यनारायण व्रतकथा Satya Narayan Vrat Katha प्रथम अध्याय व्यास जी ने कहा- एक समय की बात है। नैमिषारण्य तीर्थ में शौनकादिक अठ्ठासी हजार ऋषियों नेपुराणवेत्ता श्री सूतजी से पूछा- हे सूतजी! इस कलियुग में वेद-विद्यारहित …
संतोषी माता जी की आरती Santoshi Mata Ji Ki Aarti जय संतोषी माता मैया जय संतोषी माता | अपने सेवक जन को सुख सम्पत्ति दाता || सुन्दर चीर सुनहरी माँ, धारण कीन्हों | हीरा पन्ना …
संतोषी माता व्रतकथा Santoshi Mata Vrat Katha माता संतोषी का व्रत पूजन करने से धन, विवाह संतानादि भौतिक सुखों में वृद्धि होती है. यह व्रत शुक्ल पक्ष के प्रथम शुक्रवार से शुरू किया जाता है …
जय गणेश जय गणेश जय गणेश देवा Jai Ganesh Jai Ganesh Deva Aarti जय गणेश जय गणेश जय गणेश देवा। माता जाकी पार्वती पिता महादेवा॥ x2 एकदन्त दयावन्त चारभुजाधारी माथे पर सिन्दूर सोहे, मूसे की …
गणेश चतुर्थी -संकट चौथ व्रतकथा Ganesh Chaturthi -Samkat Chauth Vrat Katha श्री गणेश चतुर्थी के दिन श्री विध्नहर्ता की पूजा- अर्चना और व्रत करने से व्यक्ति के समस्त संकट दूर होते है. माघ माह …
मंगला गौरी व्रतकथा Mangla Gauri Vrat Katha मंगल को वैवाहिक जीवन के लिए अमंगलकारी माना जाता है क्योंकि कुण्डली में मंगल की विशेष स्थिति के कारण ही मंगलिक योग बनता है जो दांपत्य जीवन में …
गोवर्धन व्रतकथा Govardhan Vrat Katha गोवर्धन पूजा में गोधन यानी गायों की पूजा की जाती है. शास्त्रों में बताया गया है कि गाय उसी प्रकार पवित्र होती जैसे नदियों में गंगा. गाय को देवी लक्ष्मी …
गणगौर व्रतकथा Gangor Vrat Katha यह चैत्र मास की शुक्ल पक्ष की तृतीया को मनाया जाता है| इस दिन सौभाग्यवती स्त्रियाँ व्रत रखती हैं| कहावत है कि इस दिन पार्वती जी ने भगवान शंकर से …
अहोई व्रत कथा Ahoi Vrat Katha यह व्रत कार्तिक लगते ही अष्टमी को किया जाता है| जिस वार की दीपावली होती है अहोई आठें भी उसी वार की पड़ती है| इस व्रत को वे स्त्रियाँ …
ऋषि पंचमी व्रत कथा Rishi Panchmi Vrat Katha भाद्र पद शुक्ल पक्ष की पंचमी को ऋषि पंचमी का व्रत किया जाता हैं ! यह व्रत ज्ञात अज्ञात पापों के शमन के लिए किया जाता हैं …