chander-bhushan Archive
आचार्य चन्द्र भूषण बिजल्वाण जी का वेद, कर्मकांड,यज्ञ, ज्योतिष,वास्तु एवं रत्न विशेषज्ञ के क्षेत्र में एक सुप्रसिद्ध नाम है । आपका मूल जन्मस्थान देवभूमि उत्तराखंड के उत्तरकाशी जनपदान्तर्गत माँ गंगा के उद्गम स्थल गंगोत्री है आपका जन्म एक पौरोहित्य ब्राह्मण परिवार में में हुआ है आपके परिवार का नाम कई पीढ़ियों से ज्योतिष, वेद कर्मकाण्ड आदि के क्षेत्र ख्यातिप्राप्त रहा है वेद कर्मकाण्ड पूजापाठ आदि पौरोहित्य कर्म करना आपके परिवार की वंश परम्परा रही है और आप भी पिछले 25 वर्षों से चंडीगढ़ के सेक्टर 24 के सुप्रसिद्ध सनातन धर्म शिव मंदिर में एक वरिष्ठ अर्चक के रूप में अपना दायित्व निभा रहे है ।
विश्वामित्र का आश्रम चलते चलते वे वन के अन्धकार से निकल कर ऐसे स्थान पर पहुँचे जो भगवान भास्कर के दिव्य प्रकाश से आलोकित हो रहा था और सामने नाना प्रकार के सुन्दर वृक्ष, मनोरम …
अलभ्य अस्त्रों का दान मार्ग में एक सुरम्य सरोवर दृष्टिगत हुआ। सरोवर के तट पर रुक कर विश्वामित्र कहा, हे राम! ताड़का का वध करके तुमने बहुत बड़ा मानव कल्याण का कार्य किया है। मैं …
ताड़का वध स्त्री के रूप में ताड़का एक घोर पाप है और पाप को नष्ट करने में कोई पाप नहीं होता। हे राम तुम इस पापिनी का संहार कर दो। प्रातःकाल स्नान, सन्ध्योपासनादि कार्यों से …
कामदेव का आश्रम दूसरे दिन ब्राह्म-मुहूर्त्त में निद्रा त्याग कर मुनि विश्वामित्र तृण शैयाओं पर विश्राम करते हुये राम और लक्ष्मण के पास जा कर बोले, हे राम और लक्ष्मण! जागो। रात्रि समाप्त हो गई …
विश्वामित्र का आगमन अयोध्यापति महाराज दशरथ के दरबार में यथोचित आसन पर गुरु वशिष्ठ, मन्त्रीगण और दरबारीगण बैठे थे। अयोध्यानरेश ने गुरु वशिष्ठ से कहा, हे गुरुदेव! जीवन तो क्षणभंगुर है और मैं वृद्धावस्था की …
राम का जन्म मन्त्रीगणों तथा सेवकों ने महाराज की आज्ञानुसार श्यामकर्ण घोड़ा चतुरंगिनी सेना के साथ छुड़वा दिया। महाराज दशरथ ने देश देशान्तर के मनस्वी, तपस्वी, विद्वान ऋषि-मुनियों तथा वेदविज्ञ प्रकाण्ड पण्डितों को यज्ञ सम्पन्न …
बालकाण्ड- कथा प्रारम्भ कौशल प्रदेश, जिसकी स्थापना वैवस्वत मनु ने की थी, पवित्र सरयू नदी के तट पर स्थित है। सुन्दर एवं समृद्ध अयोध्या नगरी इस प्रदेश की राजधानी है। वैवस्वत मनु के वंश में …
श्री वैभव लक्ष्मी व्रत कथा Shri Vaibhav Luxmi Vrat Katha सुख, शांति, वैभव और लक्ष्मी प्राप्ति के लिए अद्भुत चमत्कारी प्राचीन व्रत वैभव लक्ष्मी व्रत करने का नियम 1. यह व्रत सौभाग्यशाली स्त्रियां करें तो …
पूर्णमासी व्रत कथा Purnmasi Vrat Katha पूजन सामग्री दूध, दही, घी, शर्करा, गंगाजल, रोली, मौली, ताम्बूल, पूंगीफल, धूप, फूल (सफेद कनेर), यज्ञोपवीत, श्वेत वस्त्र, लाल वस्त्र, आक, बिल्व-पत्र, फूलमाला, धतूरा, बांस की टोकरी, आम के …
निर्जला एकादशी व्रत विधि व कथा Nirjla Ekadashi Vrat Vidhi evm Katha हिंदू धर्म में एकादशी का व्रत महत्वपूर्ण स्थान रखता है। प्रत्येक वर्ष में चौबीस एकादशियां होती हैं। ज्येष्ठ मास के शुक्ल पक्ष की …