Monthly Archive: November 2021

कमला (पद्मिनी) एकादशी व्रत कथा

कमला (पद्मिनी) एकादशी व्रत कथा धर्मराज युधिष्‍ठिर बोले- हे जनार्दन! अधिक मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी का क्या नाम है तथा उसकी विधि क्या है? कृपा करके आप मुझे बताइए। श्री भगवान बोले हे …

मोक्षदा एकादशी व्रत कथा

मोक्षदा एकादशी व्रत कथा महाराज युधिष्ठिर ने कहा- हे भगवन! आप तीनों लोकों के स्वामी, सबको सुख देने वाले और जगत के पति हैं। मैं आपको नमस्कार करता हूँ। हे देव! आप सबके हितैषी हैं …

पद्मा एकादशी व्रत कथा

पद्मा एकादशी व्रत कथा धर्मराज युधिष्ठिर ने कहा- हे केशव! आषाढ़ शुक्ल एकादशी का क्या नाम है? इस व्रत के करने की विधि क्या है और किस देवता का पूजन किया जाता है? श्रीकृष्ण कहने …

पुरुषोतमी (परमा) एकादशी व्रत कथा

पुरुषोतमी (परमा) एकादशी व्रत कथा धर्मराज युधिष्‍ठिर बोले- हे जनार्दन! अधिक मास के कृष्‍ण पक्ष की एकादशी का क्या नाम है तथा उसकी विधि क्या है? कृपा करके आप मुझे बताइए। श्री भगवान बोले हे …

रामायण कथा “अयोध्या में आगमन” बालकाण्ड, सम्पूर्ण रामायण ।

अयोध्या में आगमन परशुराम के जाने के पश्चात् पत्नियोंसहित राजकुमारों, गुरु वशिष्ठ, अन्य ऋषि मुनियों, मन्त्रियों तथा परिजनों के साथ महाराज दशरथ अयोध्या की ओर अग्रसर हुए। मन्त्रियों ने शीघ्र ही दो शीघ्रगामी दूतों को …

रामायण कथा “परशुराम जी का आगमन” बालकाण्ड, सम्पूर्ण रामायण ।

परशुराम जी का आगमन राजा दशरथ ने राजकुमारों, उनकी पत्नियों, ऋषि-महर्षियों, मन्त्रियों एवं परिजनों के साथ अयोध्या के लिये प्रस्थान किया। प्रस्थान करते ही सभी ओर भयंकर शब्द करने वाले पक्षियों आवाजें सुनाई देने लगीं। …

रामायण कथा “राम विवाह” बालकाण्ड, सम्पूर्ण रामायण ।

राम विवाह दान आदि से निवृत होकर महाराज दशरथ मिथिलेश के राजभवन में जाने की तैयारी करने लगे। तभी भरत के मामा अर्थात् राजा कैकेय के पुत्र युधाजित वहाँ आ पहुँचे। अभिवादन तथा कुशल समाचार …

रामायण कथा “विवाह पूर्व की औपचारिकताएँ” बालकाण्ड, सम्पूर्ण रामायण ।

विवाह पूर्व की औपचारिकताएँ महाराज जनक के कनिष्ठ भ्राता कुशध्वज सांकाश्यपुरी में रहकर राज्य का प्रबन्ध किया करते थे। सीता के विवाह का समाचार पाकर महाराज वे भी सांकाश्यपुरी से मिथिला आ गये। अपने अग्रज …

रामायण कथा “अयोध्या में तैयारियाँ” बालकाण्ड, सम्पूर्ण रामायण ।

अयोध्या में तैयारियाँ मिथिलापुरी से अयोध्या तक का मार्ग तीन दिनों में तय करके महाराज जनक के मन्त्री राजा दशरथ के दरबार में पहुँचे। रत्नजटित सिंहासन पर विराजमान महाराज दशरथ का सादर अभिवादन करने के …

रामायण कथा “राम द्वारा धनुष भंग” बालकाण्ड, सम्पूर्ण रामायण ।

राम द्वारा धनुष भंग लक्ष्मण को अत्यन्त क्रुद्ध एवं आवेश में देख कर राम ने संकेत से उन्हें अपने स्थान पर बैठ जाने का निर्देश दिया और गुरु विश्वामित्र की ओर देखने लगे मानो पूछ …
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